આજનો વિચાર
- ગરીબ માણસ મંદિર ની બહાર ભીખ માંગે છે જયારે અમીર માણસ મંદિર ની અંદર ભીખ માંગે છે.
- Vidyasahayak Bharti 2014 (Std 01 to 05) :
- Details | Apply Online last : 14-11-2014
(Starting Date : 01-11-2014)
Veiw Below :
Main Exam Syllabus :
Number
| Subject | Total Marks | Time | Syllabus |
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Paper 1 & 2 | Gujarati & English (Compulsory) | 200 Marks | 3 Hours | View |
Paper 3 | Optional Subjects | 200 Marks | 3 Hours | View |
Paper 4 & 5 | General Studies | 200 Marks | 100 Min. | View |
Total | 600 Marks |
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भारत ने सफलतापूर्वक इसरो के पीएसएलवी सी 26 के जरिए आईआरएनएसएस
उपग्रह को प्रक्षेपित कर दिया। उपग्रह को गुरूवार तड़के एक बजकर 32 मिनट पर
प्रक्षेपित किया गया।
इस सफल प्रक्षेपण के बाद भारत अमेरिका और यूरोपीय देशों की तर्ज पर अनपा
ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम विकसित करने की दिशा में एक चरण और आगे बढ़ा है।
ठीक एक बजकर 32 मिनट पर लांच पैड से राकेट ने उपर की ओर उठना शुरू किया। और
प्रक्षेपण के ठीक 20 मिनट बाद प्रक्षेपण यान ने सफलतापूर्वक 1,425
किलोग्राम वजनी उपग्रह को उसकी कक्षा में स्थापित किया।
आईआरएनएसएस 1सी इसरो द्वारा प्रक्षेपित किए जाने वाले सात उपग्रहों की श्रृंखला में तीसरा उपग्रह है।
इसरो ने इस उपग्रह को 17.86 डिग्री के
झुकाव के साथ पृथ्वी से सर्वाधिक समीप की दूरी 284 किलोमीटर तथा पृथ्वी से
सर्वाधिक दूरी 20,650 किलोमीटर पर सब जियोसिंक्रोनस ट्रॉन्सफर ऑर्बिट (Sub
GTO) में स्थापित करने का लक्ष्य रखा था।
पहले इसे 10 अक्तूबर को तड़के एक बज कर 56 मिनट पर भारतीय राॅकेट पीएसएलवी
सी26 की 28 वीं उड़ान से प्रक्षेपित किया जाना था। लेकिन तकनीकी कारणों के
चलते प्रक्षेपण की तारीख आगे बढ़ा दी गई।
इसरो ने अमेरिका के ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम के भारत की आवश्यकताओं के
मुताबिक एक क्षेत्रीय नेविगेशन प्रणाली स्थापित करने के उद्देश्य से सात
उपग्रहों की श्रृंखला भेजने का फैसला किया है।
इंडियन रीजनल नेविगेशनल सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS) श्रृंखला के पहले दो
उपग्रह आईआरएनएसएस 1ए और आईआरएनएसएस 1बी का प्रक्षेपण एक जुलाई 2013 को और
इस साल 4 अप्रैल को श्रीहरिकोटा से पहले ही किया जा चुका है।
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